अपनी जमीन
सोमवार, 28 जनवरी 2013
ढिबरी
Monday, September 17, 2012
भीगी आँखें लिए
जलती रहूंगी
उजास भरती रहूंगी
तुम्हारे अंधेरों में.......
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें